THE DEFINITIVE GUIDE TO SIDH KUNJIKA

The Definitive Guide to sidh kunjika

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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

श्री महा लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि

शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम् ।

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।”

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

ग्रहों sidh kunjika के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.

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